Health and wealth, स्वास्थ्य और धन

  स्वास्थ्य और धन, health and wealth,

Table of contents,  विचारणीय विषय, जिसका विवरण यहां प्रस्तुत किया गया है--


Health is wealth, स्वास्थ्य ही धन है। 
Health is greater than wealth, स्वास्थ्य धन से बढ़कर है।
Health and mental peace, स्वास्थ्य और मानसिक शांति। Health and saving, स्वास्थ्य और बचत, स्वास्थ्य के लिए बीमा, insurence for health,
Benifit of good health, अच्छे स्वास्थ्य के लाभ। खराब स्वास्थ्य के नुक़सान, cause of bad health, खराब स्वास्थ्य के कारण, अच्छे स्वास्थ्य के उपाय, स्वास्थ्य और योग, health and yoga, स्वास्थ्य और संगीत, health and music, स्वास्थ्य और संतुलित आहार, health and balance diet.
Conclusion, निष्कर्ष।

Health and wealth, स्वास्थ्य और धन

स्वास्थ्य ही धन है, health is wealth in hindi


मानव शरीर ईश्वर की अनमोल कृति है। पुराणों में वर्णित है कि कई हजार प्राणियों में जन्म लेने के बाद मनुष्य का शरीर प्राप्त होता है। और फिर यदि सुन्दर, स्वस्थ्य और सुडौल शरीर नहीं रहे तो सब बेकार हो जाता है, क्योंकि स्वस्थ शरीर से ही हम संसार की सुख सुविधाओं का उपभोग करते हुए जगत का कल्याण कर सकते हैं, इसलिए अच्छे स्वास्थ्य के प्रति हमें सदैव सजग रहना चाहिए।  

स्वास्थ्य धन से बढ़कर है, health is greater than wealth

इस संसार में स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है। यह रूपए पैसे, सोने चांदी से बढ़कर है। स्वस्थ शरीर ही अच्छे कर्मों का साधन है। बीमार व्यक्ति के लिए संसार की वस्तुएं बेकार हो जाती हैं।जरा सोचिए, जो व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित हैं उनके सामने थाल भर स्वादिष्ट मिठाइयां परोसी जाय, फिर भी वह एक मिठाई को हाथ नहीं लगा सकता है। यह कितना बड़ा दुर्भाग्य है। कमजोर और क्षीण वपु व्यक्ति दुनिया का सैर नहीं कर सकता। स्वास्थ्य धन के बिना सारे भौतिक धन व्यर्थ है। इसलिए कहा गया है कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ा धन है।

स्वास्थ्य और मानसिक शांति, health and mental peace

स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ्य मन का निवास होता है। यह हम-सब जन्म से ही सुनते आ रहे हैं। यह बात सौ प्रतिशत सही है। स्वस्थ्य व्यक्ति धीर और गंभीर होते हैं। उनका मन शांत और तनावमुक्त होकर अपने काम में लगा रहता है। इसके विपरीत बीमार व्यक्ति का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। उसका मन किसी काम में नहीं लगता है। इस तरह हम देखते हैं कि अस्वस्थ व्यक्ति के घर से सुख - शांति कोसों दूर चलीं जाती हैं।

स्वास्थ्य और बचत, health and saving

स्वस्थ शरीर का स्वामी धन धान्य से परिपूर्ण होता है। वह जी लगा कर काम करता है और अच्छी बचत कर लेता है। इसके विपरीत हम सब देखते हैं कि जो बीमार हो जाता है, वह कोई काम ठीक से नहीं कर पाता। वह हमेशा अस्पतालों का चक्कर लगाने में अपना अमूल्य समय व्यतीत कर देता है। रोगग्रस्त व्यक्ति अपनी गाढ़ी कमाई दवाइयां खरीदने में ही लगा देता है। फिर उनके पास धन संग्रह कैसे हो सकता है? इतना ही नहीं, परिवार भर में कोई बीमारी आ जाए तो धन की कल्पना नहीं कर सकते।

स्वास्थ्य के लिए बीमा, insurance for health

वर्तमान समय में जिस तरह से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ गई है और लोग बीमार हो रहे हैं, और इलाज का खर्च बढ़ रहा है, ऐसे में स्वास्थ्य बीमा अर्थात medical insurance  भी जरूरी हो गया है। इसलिए प्रत्येक परिवार को मेडिकल इंश्योरेंस का कवच धारण करना भी जरूरी है। हम जब भी अस्पताल जाते हैं तो गंभीर बीमारी से पीड़ित रोगी से यह पूछा जाता है कि मेडिकल इंश्योरेंस कार्ड है तो आपको पैसे देने की आवश्यकता नहीं है। इसलिए स्वस्थ रहने के लिए यह भी जरूरी है। बाजार में आज कई बीमा कंपनी है जो इस तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराने में मदद करता है।

अच्छे स्वास्थ्य के लाभ benifit of good health


स्वास्थ्य और धन

1.देखने में सुन्दर-  स्वस्थ्य मनुष्य देखने में सुंदर और सुडौल होता है। उनके चेहरे और शरीर से ऐसी आभा निकलती है जो दूसरों को आकर्षित करती है।

2. स्वास्थ्य व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दृष्टि से मजबूत होते हैं। उन्हें कोई यूं ही दबा नहीं सकता, लेकिन ठीक इसके विपरीत अस्वस्थ व्यक्ति कमजोर और दुर्बल होता है जिसे लोग आसानी से दबा देते हैं।

3. स्वास्थ्य व्यक्ति के घर में सुख-शांति और समृद्धि रहती है। वह कठिन परिश्रम कर सकता है और अपने घर में समृद्धि ला सकता है।

4. स्वस्थ व्यक्ति को खाने पीने का परहेज़ नहीं करना पड़ता है। जी भरकर वह उपलब्ध व्यंजनों का आनंद ले सकता है।

5. स्वस्थ्य व्यक्ति अपना और अपने देश का कल्याण कर सकता है। जरूरत पड़ने पर दूसरे की मदद भी कर सकता है।

6. अच्छे स्वास्थ्य वाले व्यक्ति निरोग रहकर लम्बी आयु पाता है। वह अधिक दिनों तक जीवित रह सकता है। दूसरे की भरपूर मदद कर सकता है। जहां चाहे वहां घूम फिर सकता है।


7. स्वस्थ व्यक्ति का वजन कंट्रोल में रहता है। उसकी सोच साकारात्मक बनी रहती है।

https://www.amazon.in/dp/B08697N43N?ref=dp_ib_8_ivx_share

खराब स्वास्थ्य के नुक़सान

 ख़राब स्वास्थ्य से निम्नलिखित परेशानी होती है

1.अस्वस्थ व्यक्ति हमेशा उदास और तनाव में होता है। शरीर की रौनक समाप्त हो जाती है। 

2. अस्वस्थ व्यक्ति का अधिक समय अस्पतालों के चक्कर लगाने में व्यतीत हो जाता है। वह दूसरे पर बोझ बन जाता है।

3. बीमार व्यक्ति कमजोर हो जाते हैं। कमजोर को सभी दबाते हैं।

4. खराब स्वास्थ्य वाले काम नहीं कर सकते। उनके घर में सदा तनाव बना रहता है। सुख शांति और समृद्धि दूर चली जाती है।

5. बीमार व्यक्ति संसार की सुख सुविधाओं का आनंद नहीं उठा सकता। उसके लिए सब कुछ व्यर्थ है।

6. खराब स्वास्थ्य वाले अल्पायु होते हैं। ऐसे लोग जल्दी ही प्राणघातक बीमारी के शिकार बन जाते हैं।

7. बीमार व्यक्ति कभी दूसरे की मदद करने की स्थिति में नहीं होते।


खराब स्वास्थ्य के कारण

अब सवाल यह उठता है कि ख़राब स्वास्थ्य के कारण क्या है। बुरे स्वास्थ्य का सबसे बड़ा कारण है आलस्य ।  आधुनिक युग में मनुष्य बड़ा आलसी हो गया है। चार कदम पैदल चलने में भी कठिनाई होती है।  घंटों एक ही जगह बैठे रहना भी ख़राब स्वास्थ्य के प्रमुख कारण हैं। इससे वजन और मोटापा बढ़ता है। ऊपर से जंक फूड और मद्यपान,  धूम्रपान का सेवन और भी खतरनाक हो सकता है। देर से सोना और देर से जगना। प्रदूषित पानी और हवा भी खराब स्वास्थ्य के लिए कम जिम्मेदार नहीं हैं। 

अच्छे स्वास्थ्य के उपाय

जब हम जान गए कि हमारा स्वास्थ्य इतना महत्वपूर्ण है तो इसे ठीक रखने के लिए हमें क्या क्या काम करना चाहिए, आइए यह भी जान लें।

 1 . early to bed, early to rise, make a man healthy, wealthy and wise. इस बात को मन में गांठ बांध लें। सुबह पौ फटने से पहले जाग जाओ।  सुबह समय से नित्य कर्म करें,सैर सपाटे और कसरत योग करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आने की संभावना बहुत कम रहती है।  रात्रि में समय से सोएं। रात्रि में टेलीविजन, मोबाइल, कम्प्यूटर आदि से दूर रहें। धूम्रपान आदि से बचें।

2. स्वच्छ वातावरण -  स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत। गंदगी बीमारी लाती है। मक्खी मच्छर जैसे रोगाणु वाहक जीव जंतु गंदगी में ही पनपने है। इसलिए अपने घर के अंदर बाहर साफ सफाई पर पूरा ध्यान रखें।

3. संतुलित आहार - भाई , भोजन के बिना किसी का पोषण नहीं हो सकता। उत्तम स्वास्थ्य के लिए उत्तम किस्म का आहार होना चाहिए। भोजन में उचित मात्रा में विटामिन आदि का समावेश होना चाहिए।

4. स्वच्छ एवं शुद्ध जल का स्वास्थ्य से बहुत गहरा नाता है। दूषित पानी पीने से आदमी बीमार हो जाता है। इसलिए सही मात्रा में शुद्ध जल का सेवन लाभकारी होता है।

5. प्रकृति ने हमें कई आयुर्वेदिक औषधियां मुफ्त में प्रदान की है। नीम, पीपल, जामुन, करैला, मेथी, दालचीनी, गिलोय आदि का समय समय पर सेवन करें। मौसमी फल और सब्जियां लें।

6. अच्छी सेहत के लिए बुरी आदतों से बचें।

7. चिंता से बचने का प्रयास करते रहे। सात आठ घंटे की गहरी नींद लें।

8. स्वास्थ्य और संगीत का भी गहरा रिश्ता है। मनोरंजन एक अच्छा विरेचक है। समय निकाल कर थोड़ी देर मनपसंद संगीत का आनंद लें। 

लोग कहते हैं कि स्वास्थ्य ही धन है , लेकिन सही मायने में स्वास्थ्य धन से बढ़कर है। खोया हुआ धन पुनः पा सकते हैं लेकिन खोया हुआ स्वास्थ्य कैसे वापस लाएंगे। इसलिए अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। लोगों से मिलें जुल्फें। ठहाके लगाएं। खुश रहें, स्वस्थ्य रहें। 

दो बैलों की कथा      (क्लिक करें और पढ़ें)

हमारा पड़ोसी देश नेपाल, क्लिक करें और देखें



         सूरदास के पद, जीवन परिचय पढ़ें


एनी बेसेंट का जीवन परिचय

 एनी बेसेंट का जीवन परिचय  भी पढ़ें

https://amzn.to/3h5TcOU
https://www.amazon.in/dp/B08697N43N?ref=dp_ib_8_ivx_share


टिप्पणियाँ

Recommended Post

Bade Ghar ki Beti , story, बड़े घर की बेटी, कहानी , प्रेमचंद

फूल और कांटा (Phul aur Kanta) poem

1.संपादन ( sampadan) 2. संपादन का अर्थ एवं परिभाषा तथा कार्य 3.संपादन के सिद्धांत

चेतक ( कविता ) Chetak horse

बच्चे काम पर जा रहे हैं , कविता, कवि राजेश जोशी, भावार्थ, व्याख्या, प्रश्न उत्तर, राजेश जोशी का जीवन परिचय, Bachche kam pr ja rhe hai poem, 9th class hindi