पर्यायवाची शब्द , समानार्थी शब्द

 

        पर्यायवाची शब्द 

               अथवा 

समानार्थी शब्द किसे कहते हैं 


हिंदी व्याकरण में पर्यायवाची शब्द उन शब्दों को कहते हैं जिनका अर्थ लगभग समान होता है, लेकिन वे अलग-अलग होते हैं। इन्हें समानार्थी शब्द भी कहा जाता है। भाषा में पर्यायवाची शब्दों का बहुत महत्व है। इससे शब्द संपदा में वृद्धि होती है।


उदाहरण के लिए:

 * पानी के पर्यायवाची शब्द हैं: जल, नीर, वारि, तोय।

 * आँख के पर्यायवाची शब्द हैं: नेत्र, लोचन, चक्षु, दृग।

 * खुशी के पर्यायवाची शब्द हैं: प्रसन्नता, आनंद, हर्ष, उल्लास।

* घर के पर्यायवाची शब्द : महल, भवन, निकेतन।

* कमल के पर्यायवाची शब्द : नीरज, पंकज, जलज, अम्बूज।

* देवता शब्द के पर्यायवाची शब्द: देव, सुर, अमर।

* इंद्र के पर्यायवाची शब्द : सुरपति, देवेन्द्र, देवेश।

* आम का पर्यायवाची शब्द : आम्र, रसाल।

* हाथी का पर्यायवाची शब्द : गज, हस्ति।

*हवा का पर्यायवाची शब्द : पवन, वात, वायु।

* सूर्य का पर्यायवाची शब्द: सूरज, रवि, दिनकर।


पर्यायवाची शब्दों का उपयोग भाषा को अधिक रोचक और विविधतापूर्ण बनाने के लिए किया जाता है। एक ही अर्थ के लिए अलग-अलग शब्दों का प्रयोग करने से अभिव्यक्ति में सुंदरता और स्पष्टता आती

 है। साथ ही भाषा के शिल्प सौंदर्य में निखार आता है।

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